Tuesday, 7 January 2014

महात्मा ज्योतिबा फूले की पुण्यतिथि पर किए श्रद्घा सुमन अर्पित

  संजय मान
नारनौल, 28नवम्बर। देश के महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फूले की 123वीं पुण्य तिथि पर स्थानीय सैनी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर सैनी सभा के वरिष्ठ उप प्रधान जयराम आढ़ती ने महात्मा ज्योतिबा फूले के चित्र पर पुष्प अर्पित करके विधिवत रूप से कार्यक्रम की शुरूआत की। स्कूल के प्राचार्य चौधरी सुरेशपाल की अध्यक्षता में संपन्न हुए इस समारोह में सैनी सभा की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी शिरकत की। समारोह के मुख्य अतिथि जयराम आढ़ती ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे महात्मा ज्योतिबा फूले के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज का उत्थान करने में अपना सहयोग करें। सभा के मीडिया प्रभारी रामचंद्र सैनी ने बताया कि महात्मा फूले की पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम के अंत में स्कूल में पढऩे वाले आर्थिक रूप से कमजोर 40 छात्र-छात्राओं को स्कूल की तरफ से स्वेटर भी वितरित किए गए। वहीं इसी कड़ी में महात्मा ज्योतिबा फूले विकास मंच जिला महेन्द्रगढ़ ने भी स्थानीय वाल्मीकि मंदिर में महात्मा ज्योतिबा फूले की 123वीं पुन्यतिथि बड़ी श्रद्घा और आदर के साथ मनाई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महात्मा ज्योतिबा फूले विकास मंच के जिला अध्यक्ष मा. जयप्रकाश सैनी, सैनी सभा के पूर्व प्रधान रामसिंह सैनी, संजय अमन तथा डा. सुशील शीलू ने महात्मा ज्योतिबा फूले के जीवन पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि ज्योतिबा फूले ने समस्त पिछड़े व दलित वर्ग के उत्थान के लिए काम किया था। उन्होंने कहा कि महापुरूष किसी एक समाज के न होकर समस्त राष्‍ट्र के होते हैं। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फूले देश की पहली शिक्षिका बनी व महिलाओं की दशा सुधारने के लिए उन्होंने अनेक आंदोलन चलाए। उन्होंने बाल-विवाह, बे-मेल विवाह, बहु विवाह तथा विधवा मुंडन का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि पिछड़ा व दलित वर्ग शिक्षा से कोसो दूर है इसलिए अन्याय सहने का मजबूर है। समाज का विकास शिक्षा के प्रचार व प्रसार से ही होगा। महापुरूषों की कुर्बानी तभी सार्थक होगी जब हम उनके विचारों का प्रचार करके उनके विचारों को जीवित रखेगें।
                                                             (Published in  Forward Press,  Jan, 2014 Issue)
Forward Press.

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