Monday, 22 July 2013

जनजाति सुरक्षा मंच ने फर्जी जाति प्रमाणपत्रों के विरुद्ध मोर्चा खोला

नभरंगपुर (ओडिसा): गत १९ जून को, जनजाति सुरक्षा मंच के झंडे तले, लगभग २०,००० आदिवासियों ने एक विशाल रैली निकाल कर, जिलाधिकारी के कार्यालय का घेराव कर, सरकारी नौकरियों में नियुक्तियों में अनियमितताओं के प्रति अपने विरोध का इज़हार किया और यह मांग की कि फर्जी जाति प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरियां पा चुके लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये. चामुरिया गुडा से शुरू हुई रैली में जिलाधिकारी को राज्य के राज्यपाल एस. सी ज़मीर को संबोधित एक ज्ञापन सौपा गया.

फारवर्ड प्रेस से चर्चा में, मंच के वरिष्ठ सदस्यों ने मांग की कि सरकार को जिले के विभिन्न कन्या आश्रमों व होस्टलों में रह रही लड़कियों के शारीरिक शोषण पर रोक लगानी चाहिए और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अधिनियम के प्रावधानों का इस्तेमाल कर, आदिवासियों के शोषण को रोकना चाहिए. रैली का नेतृत्व मंच के अध्यक्ष शशिधर मांझी ने किया. संयोजक अर्जुन बातरा, उपाध्यक्ष धनुर्जय जानी, सचिव भास्कर मांझी, आदिवासी नेता सरता कुमार मांझी, नभरंगपुर के सांसद प्रदीप मांझी, पूर्व सांसद परसुराम मांझी, पूर्व विधायक सदन नायक व जिला परिषद अध्यक्ष मंजुला मांझी ने रैली में भाग लिया. इस बीच, 'नेशनल यूनियन ऑफ बेकवर्ड क्लास्सेस' (एससी, एसटी व अल्पसंख्यक) ने ओडिसा की व्यावसायिक राजधानी कटक में पुलिस की अपराध शाखा के महानिदेशक का घेराव किया और कटक नगर निगम में नियुक्तियों में अनियमितताओं की जाँच की मांग की.
-पार्थसारथी मालिक
                                         (Published in  Forward Press,  July, 2013 Issue)
Forward Press.



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